श्री गणेश: विघ्नहर्ता और शुभकारी देव

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हिंदू धर्म में, गणेश जी एक सर्वव्यापी और सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि के दाता, शुभ फलदाता और मंगलमूर्ति के रूप में जाना जाता है। उनके नाम का अर्थ ही है “गणों के ईश्वर”, जो उन्हें ब्रह्मांड के समस्त गणों (देवताओं के समूह) का स्वामी बनाता है।

गणेश जी का स्वरूप:

गणेश जी का स्वरूप अत्यंत विलक्षण और मनमोहक है। उनके एकदंत (एक ही दाँत) का अर्थ है एकाग्रता और संकल्प शक्ति। उनका बड़ा मस्तक ज्ञान का प्रतीक है, और चौबीस हाथ कर्मठता और बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाते हैं। वे एक छोटे से चूहे पर सवार होते हैं, जो बुद्धि और सावधानी का प्रतीक है। उनके हाथों में मोदक (मिठाई), वज्र (हथियार), कमल (पवित्रता) और पाश (नoose) विभिन्न गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

गणेश जी का मंत्र और आरती:

गणेश जी की पूजा में उनके पवित्र मंत्रों का उच्चारण महत्वपूर्ण माना जाता है। सबसे प्रचलित मंत्र है:

ॐ गं गणपतये नमो नमः

इस मंत्र का अर्थ है, “मैं भगवान गणेश को प्रणाम करता हूं।” इस मंत्र के जप से विघ्न दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

गणेश जी की आरती का पाठ भी शुभ माना जाता है। यहां एक सरल आरती प्रस्तुत है:

**जय गणेश जय गणेश देवा। पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत चार भुजाधारी। मूसे की सवारी ॥

जय गणेश जय गणेश देवा। पिता महादेवा॥

लड्डूओं का भोग लगाए। संत करें सेवा ॥

जय गणेश जय गणेश देवा। पिता महादेवा॥

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया। निर्धन को माया ॥

जय गणेश जय गणेश देवा। पिता महादेवा॥

सूर श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा। पिता महादेवा॥

जय गणेश जय गणेश देवा। पिता महादेवा॥**

इस आरती का पाठ करने से भगवान गणेश कृपा करते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

गणेश जी का महत्व:

गणेश जी को किसी भी नए कार्य की शुरुआत में पूजा जाता है। उनकी पूजा से विघ्न दूर होते हैं और मंगल प्राप्त होता है। उन्हें विद्या के दाता भी माना जाता है, इसलिए छात्र-छात्राएं परीक्षाओं में सफलता के लिए उनकी आराधना करते हैं।

समाज में सभी वर्गों के लोग गणेश जी की पूजा करते हैं। उनकी दयालुता और मंगलकारी स्वरूप सभी को आकर्षित करता है। उनके जीवन में सुख-शांति और सफलता लाने की शक्ति में लोग दृढ़ विश्वास रखते हैं।

भगवान गणेश जी सदैव हमारे कष्टों को दूर कर सुख-समृद्धि प्रदान करें।

मुझे आशा है कि यह लेख आपको श्री गणेश जी के बारे में जानकारीपूर्ण लगा होगा। उनके मंत्र और आरती का पाठ करना आपको निश्चित रूप से लाभ पहुंचाएगा। गणेश जी की कृपा सदैव आपके साथ बनी रहे!

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