दिल्ली एनसीआर के इस हाईवे पर आईटीएमएस तकनीक से 32 करोड़ रुपये से ज्यादा के चालान कटे हैं। ये चालान फरवरी 2023 से नवंबर 2023 के बीच काटे गए हैं। आईटीएमएस तकनीक से हाईवे पर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग और बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
आईटीएमएस तकनीक क्या है?
आईटीएमएस का मतलब है इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम। यह एक ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल वाहनों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए किया जाता है। आईटीएमएस में कैमरे, ट्रैफिक सिग्नल, और सेंसर आदि शामिल होते हैं। इनका इस्तेमाल करके वाहनों की गति, ओवरलोडिंग, और बिना हेलमेट के वाहन चलाने जैसी समस्याओं पर कार्रवाई की जाती है।
आईटीएमएस तकनीक के फायदे
आईटीएमएस तकनीक के कई फायदे हैं। इसका इस्तेमाल करके हाईवे पर यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है। इससे दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आ सकती है। इसके अलावा, आईटीएमएस तकनीक से राजस्व में भी वृद्धि हो सकती है।
दिल्ली एनसीआर में आईटीएमएस तकनीक
दिल्ली एनसीआर में आईटीएमएस तकनीक का इस्तेमाल कई हाईवे पर किया जा रहा है। इनमें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेसवे, और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे शामिल हैं। इन हाईवे पर आईटीएमएस तकनीक से अब तक 32 करोड़ रुपये से ज्यादा के चालान कटे हैं।
आईटीएमएस तकनीक से लोगों को जागरूक करने की जरूरत
आईटीएमएस तकनीक से चालान कटने के बाद भी कई लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। सरकार और पुलिस को इस दिशा में काम करना चाहिए।